Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर इस समय प्रदेशभर में रैलियों का दौर चर रहा है. चुनाव प्रचार में सभी प्रमुख सियासी पार्टियां कड़ी मेहनत से लगी हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी सोमवार को हिमाचल में एक चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. बता दें कि पूरे हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को एक चरण में वोटिंग होगी. वहीं 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे.
प्रियंका ने OPS बहाल करने समेत कई वादे किए
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाल करने समेत कई वादे किए. इसके साथ ही पीएम मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता को यह समझना होगा कि दवा बदलने से बीमारी दूर नहीं होने की बात उन्हें गुमराह करने के लिए कही जा रही है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि हिमाचल प्रदेश से बीजेपी के कई बड़े नेता हुए. लेकिन, उन्होंने सिर्फ अपनी तरक्की की और जनता की तरक्की पर कोई ध्यान नहीं दिया.
क्या हिमाचल प्रदेश और वहां की जनता बीमार है?
बताते चलें कि पीएम मोदी ने एक चुनावी सभा में हिमाचल प्रदेश के लोगों से हर 5 साल में सरकार बदलने की गलती नहीं दोहराने का अनुरोध करते हुए बीते शनिवार को कहा था कि हर हफ्ते नयी दवा लेना बीमारी के इलाज में मददगार साबित नहीं होगा. उन्होंने कहा था कि बार-बार दवा बदलना बीमारी के इलाज में मददगार नहीं है. आप को एक ही दवा के साथ लंबे समय तक बने रहना है, ताकि इसके असर को देख सकें. हर हफ्ते अलग-अलग दवा लेने से किसी का भला नहीं होगा. हिमाचल प्रदेश ने यही गलती की है. जिसको लेकर प्रियंका गांधी ने चुनावी सभा में प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि बीजेपी नेता कहते हैं कि दवाई बदलने से बीमारी दूर नहीं होती. क्या हिमाचल प्रदेश और वहां की जनता बीमार है? देखिए किस नजरिये से आप को देखा जा रहा है? आपको बताया जा रहा है कि आप बीमार हैं. समझ लीजिए कि आप लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
प्रियंका ने बीजेपी पर किया कटाक्ष
प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि उसकी डबल इंजन की सरकार में सिर्फ कुछ उद्योगपतियों के इंजन में तेल भरा जा रहा है. प्रियंका गांधी का कहना था, यह चुनाव आपका भविष्य तय करने वाला है. ओपीएस की मांग आपकी मांग है जिसे बीजेपी ने पूरा नहीं किया. अगर, कांग्रेस शासित राज्यों में पुरानी पेंशन मिल सकती है तो दूसरे प्रदेशों में क्यों नहीं मिल सकती? इसे समझिए.