पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा (Ex IPS DG Vanjara) ने गुजरात में एक नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है, जिसे ‘प्रजा विजय पक्ष’ नाम दिया है। ना सिर्फ उन्होंने पार्टी बनाने बल्कि गुजरात की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है। डीजी वंजारा को कभी पीएम मोदी का काफी करीबी माना जाता है लेकिन अब वह गुजरात में भाजपा को टक्कर देने की बात कह रहे हैं। आइये जानते हैं कौन डीजी वंजारा?
डीजी वंजारा 1987 बैच के गुजरात कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं, गुजरात में रहने के दौरान उनकी छवि एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट (Encounter Specialist) के तौर पर सामने आई। गुजरात एटीएस यानी एंटी टैररिस्ट स्क्वाड के मुखिया और पाकिस्तान सीमा से सटी बॉर्डर रेंज के आईजी रह चुके हैं। डीजी वंजारा अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस पद पर भी सेवा दे चुके हैं। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस वक्त डीजी वंजारा को मोदी का बेहद करीबी माना जाता था।
डीजी वंजारा, अहमदाबाद में कई एनकाउंटर किये गये थे। एनकाउंटर पर बवाल मचा तो सीबीआई जांच में पता चला कि ये एनकाउंटर फर्ज़ी थे। सोहराबुद्दीन, कौसर बी, तुलसीराम प्रजापति, सादिक जमाल, इशरत और तीन अन्य लोगों के फर्जी एनकाउंटर के मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा था। 2014 में जमानत मिलने पर वंजारा जेल से बाहर आए। हालांकि उन्होंने जेल में रहने के दौरान ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उनका इस्तीफ़ा सरकार ने स्वीकार नहीं किया था।
डीजी वंजारा ने अपनी गिरफ्तारी के बारे में यह भी कहा था कि उन्होंने जो भी एनकाउंटर किये थे, वो सभी कानून के दायरे में रहकर किये थे। उन्होंने कहा था कि अगर ये एनकाउंटर ना हुए होते थे तो आज नरेंद्र मोदी जिंदा ना होते। इतना ही नहीं, वंजारा पर गुजरात में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी गई थी सिर्फ उन्हें अपने केस की सुनवाई के लिए गुजरात आने की छूट थी।