गुजरात में राजनीतिक दल एक दूसरे पर हमले का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। हमलों की इसी कड़ी में गुजरात कांग्रेस ने रविवार को राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ 22 सूत्रीय ‘चार्जशीट’ जारी करते हुए उस पर जनविरोधी होने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के शासन में गुजरात के लोगों को भूख, भय और अत्याचार ही नसीब हुआ है। इस ‘चार्जशीट’ में मोरबी पुल हादसे का जिक्र है। साथ ही बिलकिस बानो सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में 11 दोषियों की रिहाई को असंवैधानिक करार दिया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरतसिंह सोलंकी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप पत्र के हवाले से कहा कि गुजरात के पिछले तीन दशक जनविरोधी शासन से प्रभावित रहे हैं। उन्होंने लोगों से महात्मा गांधी और सरदार पटेल के गुजरात को फिर से गौरवान्वित करने के लिए कांग्रेस को वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब भाजपा जनता को प्रभावित करने वाले मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए काम कर रही है, यह आरोप पत्र गुजरात की जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए जारी किया गया है।
कांग्रेस ने इस चार्जशीट में मोरबी पुल हादसे की घटना को भाजपा द्वारा निर्मित करार देते हुए राज्य सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस ने कहा- भाजपा के राज में मानव जीवन का कोई मूल्य नहीं है। बिलकिस बानो मामले में 11 दोषियों को रिहा करने के लिए स्थापित नियमों और परंपरा की अनदेखी की गई। इस फैसले ने भाजपा और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उसकी चिंता को बेनकाब कर दिया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत के चांसलर नियुक्त किए जाने के बाद महात्मा गांधी द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ पर अतिक्रमण करने की कोशिशें हुई हैं।
कांग्रेस की ‘चार्जशीट’ में कहा गया है कि भाजपा ने अपने उद्योगपति मित्रों को समृद्ध करने का काम किया है। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है नतीजतन सूबे में गरीबी बढ़ी है। भाजपा सरकार की उपलब्धियों में बेरोजगारी में वृद्धि, शिक्षा का व्यावसायीकरण, महिलाओं की सुरक्षा में कमी, कारोना महामारी पर कुप्रबंधन और सांप्रदायिक राजनीति शामिल है। कांग्रेस ने दावा किया कि गुजरात शिक्षा के मामले में अन्य राज्यों से पीछे है। पिछले पांच से छह वर्षों के दौरान विभिन्न परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों के लीक होने के 22 मामले सामने आए हैं। सूबे के मुख्य विपक्षी दल ने सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।