भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की गुजरात इकाई के प्रमुख सीआर पाटिल ने शनिवार को यहां कहा कि पार्टी ने अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मौजूदा सांसदों और विधायकों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। पाटिल का यह बयान भरूच से सांसद मनसुख वसावा द्वारा अपनी बेटी के लिए विधानसभा टिकट की मांग के बाद आया है। पार्टी के कुछ अन्य सांसदों और विधायकों ने भी ऐसी ही मांग उठाई है। इसे पार्टी के एक परिवार-एक टिकट के फॉर्मूले की रणनीति माना जा रहा है।
पाटिल ने पत्रकारों से कहा, ‘बीजेपी ने मौजूदा सांसदों और विधायकों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है।’ सत्तारूढ़ दल वर्तमान में 182 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए तीन संभावित उम्मीदवारों के पैनल का चयन कर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार से बीजेपी की राज्य चुनाव समिति की बैठकों की अध्यक्षता कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक के अंतिम दिन शनिवार को समिति ने 77 सीटों के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा की।
बीजेपी ने शनिवार को अपने घोषणापत्र के लिए लोगों के सुझाव एकत्र करने के लिए ‘अग्रेसर गुजरात’ (अग्रणी गुजरात) अभियान भी शुरू किया। पार्टी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोग अपने सुझाव सार्वजनिक स्थानों पर रखी गई सुझाव पेटियों में डाल सकते हैं या मेल कर सकते हैं। सुझाव 15 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। इस बीच, कांग्रेस नेता हिमांशु व्यास शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी प्रवक्ता यज्ञेश दवे ने व्यास का पार्टी में स्वागत किया।