पब्लिक सेक्टर लेंडर केनरा बैंक (Canara Bank) ने अपने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट्स (RLLR) को रिवाइज किया है और अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को बढ़ा दिया है। इन रेट्स के बढ़ने से लोन लेना महंगा हो जाएगा। इसके साथ ही ग्राहकों पर EMI का पहले से ज्यादा बोझ बढ़ेगा। बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) को सभी समयावधि के लिए 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दिया है। वहीं बैंक ने अपना आरएलएलआर रेट बढ़ाकर 8.80 पर्सेंट कर दिया है। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार बढ़ी हुईं नई ब्याज दरें 7 नवंबर से लागू है।
यह भी पढ़ें-Bandhan Bank के कस्टमर्स की चांदी! अब FD करने पर मिलेगा 8% का तगड़ा रिटर्न
केनरा बैंक के बढ़े हए MCLR रेट्स
केनरा बैंक ने सभी समयावधि के लिए एमसीएलआर रेट में 20 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। इंटरेस्ट रेट में इस इजाफे के बाद अब केनरा बैंक का ओवरनाइट और 1 महीने का एमसीएलआर रेट 7.05 पर्सेंट से बढ़कर 7.25 पर्सेंट हो गया है। वहीं, बैंक का 3 महीने का एमसीएलआर रेट बढ़कर 7.55 पर्सेंट, 6 महीने का एमसीएलआर रेट बढ़कर 8 पर्सेंट और 1 साल का एमसीएलआर रेट बढ़कर 8.10 पर्सेंट हो गया है। एमसीएलआर रेट वह रेट होता है जिससे कम पर कोई भी बैंक अपने कस्टमर्स को लोन प्रोवाइड नहीं कर सकता।
यह भी पढ़ें-दिग्गज प्राइवेट बैंक ने दिया झटका: आज से महंगा हुआ लोन, अब पहले से अधिक देनी होगी EMI
केनरा बैंक का RLLR रेट बढ़कर 8.80 पर्सेंट
एमसीएलआर रेट में इजाफे के अलावा बैंक ने अपना रेपो रेट लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को भी बढ़ा दिया है। अब केनरा बैंक का आरएलएलआर रेट 8.80 पर्सेंट हो जाएगा। नाम की तरह ही रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) द्वारा तय किए गए रेपो रेट से जुड़ा होता है और इसे समय-समय पर संशोधित किया जाता है। सभी बैंकों का आरएलएलआर अलग-अलग होता है। जब भी रेपो रेट बदलता है तो यह बदलता है।