अगर सबकुछ ठीक रहा तो मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटी सेक्टर की दिग्गज HCL की भी सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में एंट्री हो जाएगी। दरअसल, दोनों कंपनियां ISMC एनालॉग में 30-30 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बात कर रही हैं। आपको बता दें कि ISMC एनालॉग मुंबई स्थित नेक्स्ट ऑर्बिट वेंचर्स और इजराइली टेक कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर का एक वेंचर है।
यह कंपनी केंद्र के 76,000 करोड़ रुपये के सेमीकॉनइंडिया कार्यक्रम के तहत सब्सिडी के लिए इच्छुक तीन आवेदकों में से एक है। यह कर्नाटक में मैसूरु के पास एक प्लांट लगाने की योजना बना रही है।
कितने निवेश की योजना: इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि दोनों पक्षों से कुल निवेश 4,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है। इस मामले में रिलायंस के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी लगातार अवसरों का मूल्यांकन करती है। हालांकि, अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
देसी कंपनियों की दिलचस्पी: हाल ही में अनिल अग्रवाल के वेदांता ग्रुप ने ताइवान की फॉक्सकॉन के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने का ऐलान किया है। अब रिलायंस और एचसीएल के इस इंडस्ट्री में आने के बाद भारत का दबदबा बढ़ेगा। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले कुछ साल में भारत सेमीकंडक्टर की किल्लत झेल चुका है।